अखरोट के फायदे Health Benefits of Walnuts in Hindi

Health Benefits of Walnuts in Hindi


 

Health Benefits of Walnuts in Hindi


क्या आपको पता है वालनुट्स यानि की अखरोट हमारे मष्तिष्क के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है. 


वहीं खाने में भी बहुत ही टेस्टी लगता है, इसमें ओमेगा-3 फेटी एसिड पाया जाता है. इसलिए इसको खाने से आपके घुटनों का दर्द के लिए फायेदेमंद है. 


अगर आप प्रतिदिन अपने डाईट में इस स्वादिष्ट नट्स को ले, तो ये आपको सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक है. 


अखरोट फाइबर, एंटीऑक्‍सीडेंट्स और अनसैचुरेटेड फैट का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है और इसी लिए हर कोई जानकार अपने आहार में अखरोट को शामिल करने को कहते हैं. 


इसे अंग्रेजी में वॉलनट, तेलुगू में अकरूट काया, मलयालम में अक्रोथंदी, कन्नड़ में अक्रोटा, तमिल में अकरोट्टू, मराठी में अकरोड़ और गुजराती में अक्रोट कहा जाता है. 


अखरोट क्या है? Walnuts in Hindi


अखरोट एक प्रकार का ड्राई फ्रूट और नट है. इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है. 


अखरोट के पेड़ को जुगैलस जीनस वैज्ञानिक नाम से जाना जाता है. अखरोट के बीज को ही खाया जाता है, जो खाफी स्वादिष्ट और कुरकुरा होता है. 


इस नट में कई सारे पोष्टिक पाए जाते हैं, जो मानव शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है. 


इसको कई सारे खाने की चीजों में उपयोग किया जाता है, जैसे केक, कुकीज साथ ही एनर्जी बार आदि में मिलाया जाता है. 


 Health Benefits of Walnuts in Hindi


अखरोट के सेवन से वजन कम किया जा सकता है


लोग भ्रम में हैं की अखरोट नट्स प्रजाति का है इसलिए इसमें काफी सारा फैट मौजूद है और इसे खाने से हमारे शरीर का वजन बड़ सकता है. 


ऐसा बिलकुल नहीं है अखरोट वजन कम कम करने में मदद करता है. साथ ही इसमें मात्रा में प्रोटीन, फैट और  कैलोरीज़ मिलता है इसलिए आपके वजन घटने में बहुत ही ज्यादा लाभकारी है. 


परिक्षण से पता चला है की अखरोट न केवल मोटापा को कम करता है साथ में वजन कम करने में भी प्रभावी भूमिका निभाता है. 


मस्तिष्क के पोषण के लिए 


अखरोट के औषधीय गुण को लेकर एक रिसर्च की गई। इस रिसर्च के मुताबिक, अखरोट में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो मस्तिष्क के कार्य (ब्रेन फंक्शन) पर लाभकारी प्रभाव डालता है. 


साथ ही पोलीअनसैचुरेटेड फैट यादाश्त (memory power) को बढ़ाने में मदद करता है व डिप्रेशन को कम करता है.

 

फिलहाल, इस विषय पर और शोध की आवश्यकता है, ताकि यह पूरी तरह स्पष्ट हो जाए कि ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्रेन फंक्शन पर किस तरह से काम करता है.


अखरोट हृदय को भी तंदरुस्त एवं निरोग रखने में लाभदायक है। यह हृदय के कृत्य को संचालित व नियमित करता है और उसमें सुधार भी लाता है.


हृदय रोग को दूर करने के लिए 


अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड (omega-3 fatty acids) अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिसकी वजह से यह कार्डियोवैस्कुलर प्रणाली (cardiovascular system) के लिए बहुत फायदेमंद होता है.


यह पाया गया है कि प्रतिदिन केवल कुछ अखरोट खाने से ही ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिल सकती है, इसलिए हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को इसका सेवन ज़रूर करना चाहिए.


ओमेगा -3 फैटी एसिड शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के उत्पादन को भी प्रोत्साहित करने के लिए जाने जाते हैं.


यह दिल के लिए फायदेमंद है। यह मधुमेह को भी नियनतरण में रखने का एक प्रबल उपाय है.


कैंसर के लिए


द अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च (The American Association For Cancer Research) ने अपनी 2009 की रिसर्च द्वारा यह बताया कि प्रत्येक दिन कुछ अखरोट खाने से स्तन कैंसर का खतरा कम हो सकता है.


यह छोटे आकार का अखरोट कैंसर जैसी बड़ी बीमारी को भी टक्कर देने का सामर्थ्य रखता है.


कैंसर एक घातक बीमारी है और एक स्वस्थ जीवन शैली इसकी शुरुआत को रोक सकती है.


अखरोट एंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) और फेनोलिक एसिड (phenolic acid) से भरपूर होते हैं.


दैनिक रूप से इसका सेवन करने से ब्रैस्ट कैंसर, कोलोन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर शरीर के आस-पास आने की हिम्मत भी नहीं करते.


अखरोट में कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि को नियंत्रित करने की क्षमता है। वैज्ञानिक शोधकर्ताओं ने भी यह प्रमाणित किया है कि नियमित आधार पर अखरोट खाने से कैंसेर 30-40% तक कम हो जाता है.


ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (Oxidative stress) शरीर में कैंसर का एक कारण हो सकता है और हर दिन कुछ अखरोट खाने से आप कैंसर से बच सकते हैं.


हड्डियों के लिए


हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के लिए भी अखरोट का सेवन किया जा सकता है.


दरअसल, अल्फा लिनोलेनिक एसिड युक्त खाद्य पदार्थ के सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है और जिन खाद्य पदार्थ में यह एसिड होता है, उनमें अखरोट भी शामिल है.


इसके अलावा, अखरोट में कैल्शियम और फास्फोरस भी पाया जाता है, जो हड्डियों में ऑस्टियोपोरोसिस होने से रोकता है, साथ ही कॉपर बोन मिनरल डेनसिटी को बनाए रखता है .


ऐसा कहा जा सकता है कि वालनट खाने के फायदे में हड्डियों को स्वस्थ रखना भी शामिल है.


चमकती त्वचा के लिए


अखरोट त्वचा के लिए अच्छे होते हैं क्योंकि इनमें विटामिन-बी होता है. विटामिन बी तनाव और मूड को ठीक करने में मदद करता है.


तनाव कम रहने से त्वचा पर भी निखार आता है. शरीर में तनाव का स्तर अधिक होने से त्वचा पर जल्द ही झुर्रियों की शुरुआत हो सकती है, इस प्रकार तेजी से उम्र बढ़ने लगती है.


प्रतिदिन अखरोट का सेवन आपकी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को कम कर सकता है.


शुष्क त्वचा वाले लोगों को नियमित रूप से अखरोट के तेल को गर्म करके लगाना चाहिए. अखरोट का तेल त्वचा को मॉइस्चराइज रखने में मदद करता है.


अखरोट के गर्म तेल का नियमित उपयोग आँखों के नीचे काले घेरों को भी हल्का करने में मदद करता है.


बालों के लिए


अखरोट में पोटेशियम, ओमेगा -3, ओमेगा -6, और ओमेगा-9 फैटी एसिड अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. ये सभी सामग्री बालों को मजबूत करते हैं.


अध्ययनों से पता चला है कि अखरोट के तेल का नियमित उपयोग बालों के झड़ने को रोक सकता है.


मॉइस्चराइजिंग गुणों के कारण अखरोट का तेल बालों में भी लगाया जाता है। इसलिए, इसे प्राकृतिक एंटी-डैंड्रफ़ एजेंट भी माना जाता है.


बेहतर नींद और तनाव से राहत पाने के लिए


अखरोट का सेवन करने से तनाव और नींद की समस्या से छुटकारा मिल सकता है. दरअसल, अखरोट में विटामिन-बी6, ट्रिप्टोफैन, प्रोटीन और फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो तनाव से छुटकारा दिलाने का काम कर सकते हैं. 


साथ ही इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड मूड को बेहतर करने का काम कर सकता है, जिससे अच्छी नींद आ सकती है.


अखरोट ओमेगा 3 एसेंशियल फैटी एसिड और यूरिडीन का प्रमुख स्रोत है. ओमेगा 3 फैटी एसिड और यूरिडीन की मौजूदगी के कारण अखरोट में प्राकृतिक एंटीडिप्रेसेंट प्रभाव होता है.


एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट


कई समस्याओं के समाधान में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव की अहम भूमिका देखी गई है. 


वहीं, एक वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि अखरोट में ये दोनों प्रभाव पाए जाते हैं, जो इंफ्लेमेशन (सूजन) और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की समस्या से बचाए रखने का काम कर सकते हैं.


ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारी, पार्किंसंस और अल्जाइमर जैसे घातक समस्याएं उत्पन्न हो सकती है. इसलिए, इससे बचने का बेहतर विकल्प अखरोट का सेवन हो सकता है.


स्वस्थ पेट के लिए 


एक शोध के अनुसार, 8 सप्ताह तक प्रतिदिन 43 ग्राम अखरोट का सेवन करने से एक स्वस्थ व्यक्ति में प्रोबायोटिक और ब्यूटिरिक एसिड का उत्पादक होता है, जो अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं. 


इससे आंतों को स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद मिल सकती है. इस बात की पुष्टि एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध रिसर्च पेपर में भी की गई है.


यह फाइबर युक्त होने के कारण कब्ज से भी बचा सकता है। साथ ही इसमें रिबोफ्लेविन यानी विटामिन-बी2 होता है, पाचनतंत्र के लिए लाभदायक हो सकता है.


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